 में टोटल डायबिटिज़ हार्मोन संस्था की ओर से आपका स्वागत करती हूँ।
जैसा कि हम जानते है मधुमेंह आज की व्यस्त जीवन चर्या का परिणाम है। इससे भी अधिक चिंताजनक है इसका नवयुवको एवं नवयुवतियों को अपनी गिरफ्त में लेना। यह चलन विशेषत: विकासशील देशों में अधिक देखा गया है जहॉँ अचानक आर्थिक शक्ति की वृद्धि के कारण सामान्य दिन चर्या मे नौजवानो को विमुख कर और शारीरिक श्रम के प्रति उदासीन कर दिया है। इसके अतिरिक्त मधुमेंह के रोगियो की वृद्धि का कारण है।
अत: अधिक धन उपार्जन के प्रयास में स्वास्थक एवं शारीरिक श्रम की ओर ध्यान नही देने के कारण नौजवान ऐसी जीवनचर्या को अपना लेते है जो उतने वंशगत जीवन में अलग है। परिणामस्वरूप चयापचय विकृति जो मधुमेंह के में विकसित होती है। यह स्थिति और भी विकराल होती है क्योंकि इस बीमारी को समझने के लिये जन साधारण प्रयास नही करते।
कितना आहार लेना कब आहार लेना, क्या आहार लेना, किस प्रकार का व्यायाम करना जिससे रोग में अधिकतम लाभ हो, आदि विषय की जानकारी उन्हें प्रामाणिक ढ़ग से नही मिल पाती जिससे वे व्यक्ति और परेशान हो जाते हैं।
इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिये टोटल डायबिटिज़ हार्मोन संस्था ने आपकी सेवा में इस वेबसाइट को प्रस्तुत किया है। इसका उद्देश्य आपको मधुमेह और हार्मोन संबधि प्रामाणिक वैज्ञानिक जानकारी सरल , स्पष्ट भाषा एवं तरीके से देना है। इसके द्वारा मधुमेंह के रोगी अपनी समस्याओं का सामाधान और भ्रांतियो का निराकरण कर सकते है विशेषज्ञों की सलाह लेकर सुनील एम जैन और अन्य जो मधुमेह और हार्मोन से संबधित बीमारियों के विशेषज्ञ है। इन बीमारियो के विषय में नवीनतम और श्रेष्ठ जानकारी आपको देंगे।
अनुपमा जैन निर्देशक टोटल डायबिटिज़ हार्मोन संस्था
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